
यूं चेहरे से कुछ पल के लिए हाथ हटा लो..
हम भी तेरा दीदार कर लें,
पता तो हमें भी है कि तेरे आइने के जीतना हम खुशनसीब नहीं हैं।

काश! तू हमारी शायरी होती☺️
जिसे हम हमेशा अपने साथ रखते।🥰

किस-किस तरह से मैं तुमको छुपाऊं,😘
मेरे हर ख्वाब में अब आने लगे हो तुम।

ये सच है कि हमें मिले सदियां हो गई है,
पर आज भी ये दिल उतना ही चाहता है तुम्हे,
जितना की पहली दफा मिलने पर चाहता था।

मेरी सोच भी वहीं रुक जाती है,
जब तू मेरी सोच में आ जाती है।

बाहों के दायरे तेरी ही
जिद पे अड़े है..
तू ख़्वाहिश नहीं मेरी
अब आदत हो चला है…