
कोई टूटे तो उसे संभालना सीखो,
कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
रिश्ते तो मिलते हैं मुकद्दर से,
उन्हें बस खूबसूरती से निभाना सीखो।

वो उस रात ही सपनों में आके गले लगाते है,
जब पूरा दिन सोचा हो उन्हें भुला देंगे।

हमें तुमसे मोहब्बत न होती
सिर्फ दो ही हालात में…
या तुम न बने होते
या फिर ये दिल न बना होता।

उस पार ही सही किनारा तो है,
टिमटिमाता ही सही सितारा तो है,
हो जाती है तुम्हारी याद से तसल्ली,
दूर ही सही कोई हमारा तो है…।

पता नही क्यो वो छाए हुए हे मेरी तन्हाई के दौर में,
पता नही क्यो वो छाए हुए हे मेरी तन्हाई के दौर में,
जबभी तन्हा होता हूं साथ मेरे वो आ जाते हे याद बनकर।

दिल मेरे सीने से चुरा रहा है कोई,
दूर होकर भी याद आ रहा है कोई,
ऐ खुदा मुझे उससे एक बार मिला दे,
इंतजार मेरे लिए कर रहा है कोई।